
ऊँचाई से नीचे आना
गिराया जाना, परदे का
ख़ुद को खुद की नजरों में गिर जाना
दंडवत होना, श्रद्धावश अथवा क्षमा माँगते हुये ही सही
सब गिरना ही तो है
जैसे
नाले का नदी मे गिरना
नदी का समुद्र मे मिल जाना
ह्रास शक्ति का
सम्मान खोना
प्रभाव के अभाव मे स्तरहीन होना