🩸 रक्तबीज

रक्तबीज पिठ्ठू हटा किया दुश्मन गद्दीनशीन, अजब किया अमरीका तैने किया ग़ज़ब।दुश्मनों बीच कूद कथित आलमी अमन के लिए, बनाये और बेचे तैने हथियार ग़ज़ब ग़ज़ब। बनते रहे “चचा” दुनिया में अमन के लंबरदार तेरे सारे सदर,भूलेगी नहीं प्रताड़ित दुनिया, बाप बेटे बुश, ओबामा ट्रंप और “वोक” बाइड्न को। मारे तूने लाखों निर्दोष लोग बारम्बार,पर … Continue reading 🩸 रक्तबीज

Love, a lost and found doll ! प्यार,एक गुड़िया,जो खो कर फिर मिल जाये !

At 40, Kafka (Franz Kafka (1883-1924)) who never married and had no children, walked through the park in Berlin when he met a girl who was crying because she had lost her favourite doll. She and Kafka searched for the doll unsuccessfully. Kafka told her to meet him there the next day and they would … Continue reading Love, a lost and found doll ! प्यार,एक गुड़िया,जो खो कर फिर मिल जाये !

अनुभूति -१२

भला हो इक्कीसवीं सदी का । डाकिया आया, तार वाला आया या पड़ोस में या खुद के घर पर फ़ोन आया वाला जमाना लद गया । अब तो यार, दोस्त, परिवार के लोगों से फ़ोन,इमेल, व्हाटसएप आदि से हम चाहे कहाँ भी हो गाहे-बगाहे ज़रूरत, बे ज़रूरत संपर्क बना रहता है। भाई “एम के” और … Continue reading अनुभूति -१२

अनुभूति -११

भला हो इक्कीसवीं सदी का । डाकिया आया, तार वाला आया या पड़ोस में या खुद के घर पर फ़ोन आया वाला जमाना लद गया । अब तो यार, दोस्त, परिवार के लोगों से फ़ोन,इमेल, व्हाटसएप आदि से हम चाहे कहाँ भी हो गाहे-बगाहे ज़रूरत, बे ज़रूरत संपर्क बना रहता है। भाई “एम के” और … Continue reading अनुभूति -११