पढ़ा लिखा और अनपढ़

“अनपढ़” बहुत घमंडी है। “पढ़े लिखे” को केवल एक ही बात का घमंड है । वह है “अनपढ़” से ज़्यादा बुद्धिमान होने का। “पढ़ा लिखा अनपढ़” और “अनपढ़ पढ़ा लिखा” कनफुजिआस्टिक स्टेट में विचरण कर रहा है मस्त है !

गाय, गोबर और “गोल्ड”

रश्मि कांत नागर वर्डप्रेस फ़्रीफ़ोटो के सौजन्य से फ़ोटो ypard के सौजन्य से वर्डप्रेस फ़्रीफ़ोटो के सौजन्य से गाय, गोबर और “गोल्ड” एक जून को शैलेंद्र ने एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में एक वैज्ञानिक डॉ सत्य प्रकाश वर्मा गाय/ भैंस के गोबर से प्राप्त उन दो उत्पादों के बारे में (२४-२८ मई के … Continue reading गाय, गोबर और “गोल्ड”

राजनीति और राजनीतिज्ञ

जातिगत, धर्मगत, क्षेत्रगत, वर्गगत असंतुष्टि से तुष्टि, तुष्टि से तृप्ति लोलकों की डंडियां डोलती हैं इधर से उधर, उधर से इधर वास्तविकता से बे- खबर जनता जो कहलाती है जनार्दन बे असर, ख़ुश है मूर्ख बन कर राजनीतिज्ञ खोले अपने केश गुच्छ खुजलाते हैं खभर खभर

दाना या भूसा ?

Photo by Antony Trivet on Pexels.com मैं कृषि स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। बीएससी ( कृषि) का दूसरा वर्ष था और समेस्टेर सिस्टम लागू होने से पहले, वार्षिक परीक्षा वाले सिस्टम का आख़िरी वर्ष। हमारे सभी शिक्षक दिल से चाहते थे की हम सब मन लगा कर पढ़ाईं करें और अच्छे अंकों से परीक्षा … Continue reading दाना या भूसा ?

रजाई धारी सिंह “दिनभर”

ट्विटर पर अपने परिचय मे “बनारस के बाबा” लिखे हैं“पेशे से रिसर्च मे एक मजदूर हूं।एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और दू गो IIT का तमगा लिये आवारा घूमता रहता हूं।यहा पर कहानियां सुनाता हूं कल्पनाओं मे घोल कर” ! यहां कविता लिखने का घनघोर प्रयत्न किये है। Photo of a painting by Dr (Mrs Rama Aneja) वीर … Continue reading रजाई धारी सिंह “दिनभर”

अपूर्व सुंदरी

बनारस के बाबा, ट्विटरगंज से वैसे सुनने मे आता है कि यह कहानी सच्ची है ! ट्विटर पर अपने परिचय मे “बनारस के बाबा” लिखे हैं, “पेशे से रिसर्च मे एक मजदूर हूं।एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और दू गो IIT का तमगा लिये आवारा घूमता रहता हूं।यहा पर कहानियां सुनाता हूं कल्पनाओं मे घोल कर” ! … Continue reading अपूर्व सुंदरी

अजब ग़ज़ब दुनिया आफिस और आफिस के बाबुओं की

Aameen Khan Rahut आपने लाख दक्षिण के मंदिर और उत्तर की देव प्रतिमाएं देख डाली हो; हज़ार महलों, मकबरों, मीनारों और अजायबघरों के चक्कर काटे हों, या मुंबई की चौपाटी; दिल्ली के चाँदनी चौक या आगरे के ताजमहल को देखा हो; लेकिन अगर आपने एक बार भी दफ्तर की दुनिया की सैर नहीं की तो … Continue reading अजब ग़ज़ब दुनिया आफिस और आफिस के बाबुओं की